रमज़ान के दूसरे अशरे को मग़फ़िरत का अशरा कहा जाता है, जो अल्लाह पाक से माफ़ी और रहमत मांगने के लिए होता है। हम सभी जाने-अनजाने में गुनाह कर बैठते हैं, इसलिए दूसरे अशरे में हमें सच्चे दिल से तौबा कर अल्लाह पाक से अपनी गलतियों की माफ़ी और रहमत की दुआ करनी चाहिए।

रमजान के दूसरे अशरे की दुआ
दूसरे अशरे की दुआ हिंदी में
अस्तग़्फिरुल्लाह रब्बी मिन कुल्लि ज़म्बिन वा आतूबु इलैहि
दूसरे अशरे की दुआ का तर्ज़ुमा हिंदी में
मैं अपने सभी गुनाहों के लिए अपने रब, अल्लाह पाक से माफ़ी मांगता हूँ और उसकी ओर मुड़ता हूँ।
रमजान के दूसरे अशरे की दुआ अरबी में
اَسْتَغْفِرُ اللّٰهَ رَبِّيْ مِنْ كُلِّ ذَنْبٍ\ وَّأَتُوْبُ إِلَيْهِ
दूसरे अशरे की दुआ का तर्ज़ुमा उर्दू में
میں اپنے تمام گناہوں کے لئے اللہ تعالیٰ سے معافی مانگتا ہوں اور اس کی طرف مڑتا ہوں۔
दूसरे अशरे की दुआ इंग्लिश में
Astaghfirullah Rabbi min kulli zambin wa atubu ilaih.
दूसरे अशरे की दुआ का तर्ज़ुमा अंग्रेजी में
I seek forgiveness from Allah, my Lord