हम जब भी नमाज़ पढ़ते है तो हमे उसमे सूरह को पढ़ना पढता है अगर आप क़ुरान शरीफ की सूरह को नहीं पढ़ेंगे तो आपकी नमाज़ सही से नहीं होगी। इसलिए मैंने यहाँ पर हर नमाज़ में पढ़े जाने वाली छोटी सूरह को लेकर आया हूँ जिसे आप आसानी से याद कर सकते हैं। इन क़ुरान शरीफ की सूरह में 5 से 10 आयत हैं।
अगर आपको भी बड़ी सूरह याद करने में परेशानी आती है तो आप 10 छोटी सूरत नमाज़ में पढ़ी जाने वाली को आसानी से एक दिन में याद कर सकते हैं। इनमे से कई सूरह को हमने चारो कुल में से भी लिया है। अगर आपको नमाज में पढ़ने वाली सूरत में कोई गलती दिखे तो हमे नीचे कमेंट करके ज़रूर बताएगा।

नमाज में पढ़ने वाली 10 सूरते
1. सूरह माऊन
अ-र ऐतल्लज़ी युकज्जिबु बिद्दीन @ फ़ज़ालिकल्लज़ी यदु अल्-यतीम @ वला यहुज्जु अला तआमिल मिस्कीन @ फवैलुल् लिल्-मुसल्लीन @ अल्लज़ी-न हुम अन् सलातिहिम् साहून @ अल्लज़ी-न हुम् युराऊ-न @ व यम नऊनल माऊन।
2. सूरत फील
अलम तर कैफ फ-अला रब्बूका बि अशहाबिल फ़ील अलम यज़अल कैदहूम फी तज़लील व अरसल अलैहिम तैरन अबाबील तरमीहिम बिहिज़ारतीम मिन सिज़्ज़ील फजअलहूम कअशफिम मा” कू-ल ।
3. इज़ा जाआ नसरुल्लाह सूरत
इजा जा अ नसरुल लाहि वल फतह, वरा अयतन्नासा यदखुलूना फी दीनिल ल्लाही अफ़वाजा, फसब्बिह बिहम्दि रब्बिका वस्तग फिरहु इन्नहू काना तौव्वाबा
4. सूरह वल असर
वल ‘अस्र इन्नल इंसाना लफी खुसर इल्लल लज़ीना आमनु वआ मिलुस सालिहाती व तवासाव बिलहक़; वा तवासॉ बिसब्री।
5. सूरह काफ़िरून
कुल या अय्युहल काफिरून, ला अ अबुदु मा ताबुदून, वला अन्तुम आ बिदूना मा अ अबुद, वला ना आबिदुम मा अबद्तुम, वला अन्तुम आबिदूना मा अबुद, लकुम दीनुकुम वलिय दीन .
6. सूरह लहब
तब्बतयदा अबी लहबिव वतब्ब , मा अगना अन्हु मलुहू वमा कसब, सयसला नारन ज़ाता लहब, वम रअतुहू हम्मा लतल हतब, फीजीदिहा हब्लुम मिम मसद
7. सूरह अल कौसर
बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम – इन्ना आतैना कल कौसर फसल्ली लिरब्बिका वनहर इन्ना शानियाका हुवल अब्तर |
8. सूरह इखलास
कुल हुवल लाहू अहदअल्लाहुस समदलम यलिद वलम यूलदवलम यकूल लहू कुफुवन अहद
9. सूरह फलक
कुल आ ऊजू बि रब्बिल फलक मिन शर्री मा खलक़ वमिन शर्री गासिकिन इजा वकब वमिन शर्रीन नाफ्फासाती फिल उकद वमिन शर्री हसिदिन इज़ा हसद
10. सूरह नास
कुल आउज़ू बी रब्बिन्नास मलिकिन- नास इलाहिन- नास-मिन शर्रिल वसवासिल खन्नास अल- लजी युवास्विसू फी सुदुरिन्नास मीनल जिन्नती वन्नास
अगर आप को नमाज़ में पढ़ी जाने वाली सूरह में और कोई सूरत को जोड़ना चाहते हैं तो हमें ज़रूर नीचे कमेंट करे।
ya allah sari dhuk dur farma
Allah paak pyare aaka Navi paak hajrat Muhammad Mustafa sallallahu talaalhewaslam .ki ummat per rahem ata farma aur khush haal ata farma
Bhai aapane Sura ko jis kram mein diye Hain usmein to namaj padhne wale galti kar sakta hai main isliye aapse bol raha hun ki Jaise ke suranas aakhir mein aaya hua Hai to use agar pahli rakat mein padha jaaye aur dusri rakat mein surahi ikhlass padha jaaye to yah to galat hoga isko Sahi kram mein sajana chahie aapko ummid Hai ki aapko Mera baat pasand aaya ho ya FIR aap mujhe kuchh samjha sakte hain halanki mujhe to itna jankari hai hi nahin
bhai apne shi kaha, main abhi isko change krta hu aapka bhut bhut shukriya