आज मैं आपको जोहर की नमाज़ पढ़ने के तरीके के बारे बताऊंगा। इंशाअल्लाह इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपको जोहर की नमाज़ सही से कैसे पढ़ते हैं पता चल जायेगा। जोहर की नमाज़ दिन की दूसरी नमाज़ होती है यह दोपहर में पढ़ी जाती है इसमें पूरे 12 रकत नमाज़ होती है।
इस पोस्ट में अगर आपको कोई गलती दिखे तो हमे नीचे ज़रूर लिखकर बताएगा ताकि उस गलती को हम ठीक कर सके।
जोहर की नमाज पढ़ने की नीयत
हर नमाज़ की नीयत लगभग एक ही जैसे होती हैं बस आपको कौन सी नमाज़ पढ़ रहे हैं उसी को बदलना हैं सुन्नत पढ़ रहे हैं या फ़र्ज़ ये कहना हैं।
चलो हम आपको बताते हैं की ज़ोहर की नमाज़ में नीयत कैसे करते हैं।
सबसे पहले आप नमाज़ की नीयत करने की दुआ को पढ़ेंगे. फिर कहेंगे की नीयत करता हु मैं 4 रकात नमाज़ सुन्नत वक़्त ज़ोहर, रुख मेरा काबा शरीफ की तरफ पीछे इस इमाम के वास्ते अल्लाह ताला के अल्लाहु अकबर अब आपकी नमाज़ की नीयत हो गयी हैं।
ज़ुहर की नमाज़ कैसे पढ़ें
- नमाज़ की नीयत करेंगे और नियत की दुआ को पढ़ेंगे
- हाथ को कानो तक उठाएंगे और अल्लाहु अकबर कहेंगे
- अपने हाथो को पेट की ढोढ़ी के पास बांध लेंगे
- अपनी निगाह सज़दे की जगह करेंगे
- सना दुआ को पढ़ेंगे
- ताउज और तस्मिया को पढ़ेंगे
- सूरह फातिहा को पढ़ेंगे
- क़ुरान शरीफ की सूरह को पढ़ेंगे
- अल्लाहु अकबर कहते हुए रुकू में चले जायेंगे
- तीन या 5 बार सुब्हान रब्बियल अज़ीम पढ़ेंगे
- समीअल्लाहु लिमन हमिदा कहते हुए खड़े हो जायेंगे, अगर इमाम के पीछे पढ़ रहे हैं तो रब्बना लकल हम्द कहेंगे
- अल्लाहु अकबर कहते हुए सज़दे में चले जायेंगे
- तीन या 5 बार सुब्हान रब्बियल आला पढ़ेंग
- अल्लाहु अकबर कहते हुए सज़दे में बैठ जायेंगे फिर सज़दे के बीच की दुआ को पढ़ेंगे और फिर फिर अल्लाहु अकबर कहते हुए सज़दे में चले जायेंगे
- अल्लाहु अकबर कहकर खड़े हो जायेंगे
- फिर सूरह फातिहा और क़ुरान शरीफ की सूरह पढ़कर पहली रकअत की तरह इसे पढ़लेंगे
- सजदा करने के बैठ जायेंगे
- तशहुद दुआ को पढ़ेंगे
- फिर अल्लाहु अकबर कहकर खड़े हो जायेंगे
- अब तीसरी चौथी रकत में सिर्फ सूरह फातिहा को पढ़कर रुकू में चलेंगे
- चौथी रकत में सज़दा करने के बाद बैठ जायेंगे
- तशहुद को पढ़ेंगे
- दरूद इब्राहीमी को पढ़ेंगे
- दुआ मसूर को पढ़कर सलाम फेरेंगे
- अस्सलामुअलैकुम वराह मतुल्लाह पहले दाए तरफ फिर बाए तरफ
- अब आपकी ज़ुहर की 4 रकत नमाज़ पूरी हो गयी है।
जोहर की 4 रकात नमाज़ सुन्नत पढ़ने का तरीका
सबसे पहले हम जोहर की 4 रकात नमाज़ सुन्नत को पढ़ते हैं हर नमाज़ की सुन्नत को पढ़ने का एक ही तरीक़ा है।
जोहर की 2 रकात नमाज़ सुन्नत पढ़ने का तरीका
जोहर की चार रकात नमाज़ फ़र्ज़ को पढ़ने के बाद हम 2 रकात नमाज़ सुन्नत पढ़ते हैं।
जोहर की 2 रकात नमाज़ नफ़्ल पढ़ने का तरीका
नफिल की नमाज़ भी सुन्नत की ही नमाज़ की तरह पढ़ते हैं बस नीयत में हम सुन्नत की जगह नफ़्ल नमाज़ का नाम लेते हैं।
- फज़र की नमाज़ पढ़ने का तरीका
- जोहर की नमाज़ पढ़ने का तरीका
- असर की नमाज़ पढ़ने का तरीका
- मग़रिब की नमाज़ पढ़ने का तरीका
- ईशा की नमाज़ पढ़ने का तरीका
जोहर की नमाज पढ़ने का वक़्त
ज़ुहर की नमाज़ की टाइम दोपहर के 1 बजे से शुरू होती है, इंडिया के लगभग हर हिस्से में जोहर की नमाज़ की अज़ान दोपहर के 1:15 पर होती है जोहरकी नमाज़ दोपहर के 1:30 पर शुरू हो जाती है।
ज़ोहर में कितनी रकात हैं?
जोहर की नमाज़ में पूरी 12 रकात नमाज़ होती है ,
- जोहर की नमाज़ में 4 सुन्नत,
- 4 फ़र्ज़ नमाज़।
- 2 सुन्नत नमाज़।
- 2 नफ़्ल नमाज़।
सबसे पहले हम 4 रकअत नमाज़ सुन्नत को पढ़ते हैं फिर 4 रकात फ़र्ज़ फिर दो रकत सुन्नत और दो रकत नफिल नमाज़ को पढते हैं।